नाबार्ड एक वित्तीय संस्थान है जो भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास से संबंधित है. यह ग्रामीण भारत, विशेषकर किसानों की वित्तीय आवश्यकताओं को सुलझाने के लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार है.
नाबार्ड कृषि क्षेत्र को पुनर्वित्त सुविधा प्रदान करता है.
यह कृषि क्षेत्र में, नीति, योजना और संचालन ’से संबंधित मामलों और ग्रामीण भारत में अन्य विकासात्मक गतिविधियों से संबंधित है.
यह उन संस्थानों को भी पुनर्वित्त(Re-finance) करता है जो ग्रामीण क्षेत्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं. यह उन संस्थानों को प्रशिक्षित करने में भी शामिल है जो ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान की दिशा में काम कर रहे हैं.
यह ग्रामीण विकास के उद्देश्य से कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के लिए भी जिम्मेदार है.
दिनांक 16-06-2022 को, सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के महखड़ पंचायत के चकला गाँव में SHG की महिलाओं के समूह के सदस्यों एवं लीडर्स के साथ नाबार्ड ने एक दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में सहरसा / सुपौल नाबार्ड के DDM श्री पंकज कुमार ने SHG के बारे में बहुत सी बातों की जानकारी उपस्थित महिलाओं के साथ साझा किया. कार्यक्रम में साक्षी SHG को सबसे बेहतरीन SHG के रूप में पुरुस्कृत किया गया. कार्यक्रम में सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के, जीविका के BPM श्री राजीव कुमार, AC श्री अमित कुमार, CLF श्रीमती नूतन देवी, Book-Keeper श्रीमती प्रीति देवी, CM श्रीमती कोमल देवी आदि भी मौजूद थे जिस से कार्यक्रम की रौनक और बढ़ गयी. कार्यक्रम में मौजूद सभी गणमान्य लोगों ने अपना अपना Experience साझा किया. SHG साक्षी के सभी सदस्यों को DDM नाबार्ड एवं BPM जीविका के हाथों से पुरुस्कृत किया गया. इस कार्य से सभी SHG महिलाओं में काफी उत्साह रहा और वे और भी जोश के साथ काम करने के लिए प्रफुल्लित हुए.
कार्यक्रम में साक्षी SHG के अलावे जनंनी SHG, वर्षा SHG, नीलकमल SHG, सवति SHG, प्रिंस SHG, उमा SHG के सदस्य भी मौजूद थे.
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में स्वास्तिकम संस्था का काफी योगदान रहा. नाबार्ड और जीविका को एक साथ एक मंच पर लाने का श्रेय भी स्वास्तिकम संस्था को जाता है.
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